उत्तर प्रदेश में रविवार यानी 28 नवंबर को हो रही यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा रद्द (UPTET Exam 2022) कर दी गई है. परीक्षा का प्रश्नपत्र वॉट्सऐप (UPTET Paper Leaked) पर लीक हो गया था,
जिसके बाद यह फैसला लिया गया. पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह परीक्षा दो पालियों सुबह 10 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित होनी थी.
हालांकि प्रश्नपत्र लीक होने के बाद दोनों पालियों की परीक्षा को रद्द कर दिया कर दिया गया. यूपी के एडीजी-लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि यह परीक्षा अब अगले महीने आयोजित की जाएगी. हालांकि परीक्षा की तारीख पर अभी फैसला नहीं हुआ है. वहीं अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए अब दोबारा फीस नहीं देनी होगी.
प्रशांत कुमार ने इस बाबत प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि आज दिनांक 28/11/2021 को UP TET की परीक्षा 2 पालियों में होनी थी. 2336 सेंटर पर 19,99,418 परीक्षाथियों को परीक्षा देनी थी. परीक्षाओं में सॉल्वर गैंग्स को पकड़ने के लिए हमने एक जाल बिछाया.
बीती रात से अभी तक उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से 23 लोगों को पकड़ा गया है. लखनऊ से 4, मेरठ से 3, वाराणसी और गोरखपुर में दो व्यक्तियों को पकड़ा है. कौशांबी से एक व्यक्ति और प्रयागराज से 13 लोगों को पकड़ा गया है. इन सभी लोगों को एसटीएफ ने पकड़ा है.
उन्होंने बताया कि इन लोगों के पास से पेपर की फोटो कॉपी बरामद हुई है. इन कागजों को शासन से शेयर करने के बाद पता चला कि यह टीईटी के प्रश्नपत्र थे. शासन ने फैसला लिया कि इन परीक्षाओं को रद्द किया जाए. अगले 1 महीने के भीतर यह परीक्षा दोबारा कराई जाएगी. दोबारा कराए जाने वाली परीक्षा पर पूरा खर्च सरकार उठाएगी. छात्रों को किसी भी तरह का कोई फॉर्म नहीं भरना होगा और ना ही कोई फीस देनी होगी. आज पेपर देने आने वाले बच्चों को अपने घर तक जाने के लिए बसों में निशुल्क सुविधा मिलेगी.
प्रशांत कुमार ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जांच एसटीएफ द्वारा की जाएगी. इस पूरे प्रकरण में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. पकड़े गए लोगों के मोबाइल फोन से पेपर की फोटो कॉपी बरामद हुई है. पकड़े गए लोग यूपी के अलावा बिहार से भी ताल्लुक रखते हैं. इस तरह के पेपरों में सॉल्वर गैंग को बैठाकर पेपर दिलाया जाना था.
वहीं शिक्षक पात्रता परीक्षा रद्द होने पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि मामले की गहनता से जांच हो रही है. दोनों पालियो की परीक्षाओं को निरस्त कर दिया गया है. बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार को निर्देश दिया गया है कि जिन अधिकारियों से चूक हुई है, उन पर तत्काल सख्त से सख्त कार्रवाई हो.